बुधवार, 10 अगस्त 2011

narendra nirmohi: hum kya kren?

narendra nirmohi: hum kya kren?: " %%%%हम क्या करें?%%%% हेवानियात्ता के नंगे नाच हो रहे , जो देखो वो दिख रहा प्रसन्न हैरान रहे होभ्रष्टाचार को , मूक स्वकृति देती, जनता क..."

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