है कोई उससे बड़ा??
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ऊपर वाला बड़ा ही कंप्यूटर वाला
भिन्न भिन्न क्रिया कलापों से
जग को चमत्कृत करने वाला
हर व्यति का समय फीड है
हर व्यति की दिनचर्या फीड है
हर व्यति की सत्ता फीड है
हर व्यति की गतिविधि फीड हैं
हर व्यति के कर्मों का लेखा जोखा फीड है
हर व्यति को पल पल निर्देश देने वाला ऊपर बाला बड़ा ही ....
कितनी आखें कितनेदिमाग
इस ब्रह मांड में क्या क्या हो रहा
क्या क्या होने बाला
हर दिशा को निर्देशित करने बाला
क्या क्या प्रकृति के चक्र चल रहे ?
क्या घटित होने को ?क्या क्या घटने बाला ?
किन किन आकांक्षाओं के संसार पल रहे
मानसिक शांति मानसिक ग्लानि
त्रशना के कियु लोग बीमार चल रहे
ऊपर बाला बड़ा ही कंप्यूटर वाला ..
.कितनी सम्पृति ,कितनी विधाए ,
कितने कितने विचारों को संग संग देने बाला
नाना योनियाँ नाना जीव पैदा करता
लाखो करोड़ों प्रजातियाँ कीट पतंगों को
आजकल बरसात में हर पल जन्मदेता
हर पल पैदा होते, हर मरते
हर जीव में जीवात्मा देता
अरबों खरवों शक्लों का मेल नही होने देता
वाणी भाषा में हर व्यति को अलग आबाज़ देता
माया का चक्र निर्वाध रूप से वो ही चलाता
दुर्घटनाओं का अजीबो गरीब इतिहास घटता
कब कोन किस जगह पे कैसे मरेगा,
कोन कब तक केसे जीवित रहेगा
उसका वो ही इकलोता फेसला करने बाला /
तृप्ति अतृप्ति घर- बेघर चर-अचर का,
वो ही खेल खेल खेलने बाला ऊपर बाला बड़ा ही ...........
पत्थरों में प्रकृति में भी जीबन देता
मौसम व्यस्थित वोही करता
गर्मी सर्दी बरसात को देने बाला
प्रक्रति में नियति में संतुलन असंतुलन
वोही पैदा करता ,वोही पैदा करता वो ही जिम लेता?
उसको कोई चेलेंज नही कर सकता
भक्तों की कही परीक्षा लेता ,
नाना भावनाओं को पैदा करके
नाना भावनाओं को आघात पहुचने बाला
मानव वैज्ञानिक क्या कोई भी उसको समझ न पाया?
उसके खेल निराले जिसे चाहे बनाये जिसे चाहे मिटाए ?
किसी भी व्यक्ति का घमंड गुरुर उसके आगे नही चलता?
उसकी लाठी में आबाज़ नही है?
हर घमंड गुरुर को वो पल में ही तोडा करता ?
ऊपर वाला बड़ा ही कंप्यूटर वाला .......