(((((((घपले पे घपला ))))))
घपले पे,घपला ,घपले पे घपला,
आये दिन हर विभाग में चलता ही रहता है?
मोटी मुर्गी चूजा खा जाती ,
आये दिन एरा गेरा
पिजरे में फसता है ?
,
सरे आम आम तमाशा होता,
?सत्ता प क्ष घमंड गरूर से लबरेज़
अपनी मनमानी करता है,
माना न?नेताओं नेता ईमानदार है?
65 सालों में प्रोपर्टी कैसे? कहाँ सेनेताओं ने बनाई?
लेखा जोखा पेश होना चाहिए?
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